(फेमस डायलाग- साउथ में अल्लू बालीवूड मे सल्लू और भोजपुरी में कल्लू)
इस फिल्म की कहानी कुछ एसी है, कल्लू को एक नौकरी के लिए पारेशान किया जाता था, उनकी गर्लफैन्ड के द्वारा और उनके पिता के द्वारा , फिर क्या था पुलिस की वैकेन्सी निकलाल रहे। कल्लू आपना दोस्त के साथ Exam के तैयारी करतै है। कि कभी पेड़ पे बैठ के पढांई करते है कभी , रात को छत पे (कमेडी सीन ) । फिर एक दिन इनकारा के सरकारी नौकरी लग जाती है । फिर क्या था वर्दी पहनकार आते है आपने घर पे इनकारा बाबू जी देख पहिले हसेला कहो केकरा के वर्दी पहिनाले बड़ा , कल्लू जी फिर एक डायलाग मारते है । फिर बतावेला की हमारा के सरकारी नौकरी मिल गयिल।जब ड्यूटी पे जावेला तो इनकारा के एक नेता से भेट होखेला जाउनकी उ दंबग गुड़ा रहेलाा। जब भी काउनाउ गलत काम होखे होमर ओकर हाथ रहे और कल्लू के साथ न रहे। कल्लू के जब भी खबर होखे कल्लू उकर डीजे बजा देवे। इक गाना भी है इस फिल्म में जो की थाने में ही डीजे साउंड लागा के सब केहू नाच रहेला जाउना गाना के बोल बा ( थाने में बजे दा डीजे आज हल्ला मचा दा ए हीजे )